जिनगी के बेला दिन चार संगी
जिनगी के बेला दिन चार संगी झन कर गरब गुमान
नइये गा काया के भरोसा नीरी चोला हावय माटी के समान
माता रोवय तोर अल्हर कल्हर के, बहिनी रोये छठ मासा....2
घर के तीरिया तीन रोवइया, फिर करे घर के बासा...2
कै दिन जीबे रे प्राणी जिनगी म....2
जिनगी के बेला....
भई-भतीजा कुटुम्ब कबीला, सबो हे धन खवइया....2
काल परो दिन मर हर जाबे, नइये संग जवइया...2
कै दिन जीबे.... जिनगी...
यीसु नाम हावय उद्धार, यही जीवन के सारा...2
यीसु मोर सृजन हारा, अउ काला पुकारा....2
कै दिन जीबे.... जिनगी...
कर गढ़ी कौन बचइया, यीषु हे पार लगइया...2
पापी कारण दुःख उठइया, प्रेम असीम दिखइया....2
कै दिन जिबे.... जिनगी...