मोर पाप बुराई ल

मोर पाप बुराई ल क्षमा कर देना

प्रभु दिन रात मै तोर गुन ल गावत रइहां ....2

मोर जीवन म हावय निरासा

नई देवयं कोनो आासा............

दिन दुखिया ल प्यार करथस

हावस तैहर निराला

ये पापी चोला के तै उद्धार कर

प्रभु दिन रात मै तोर गुन ल गावत रइहां............2

मैं तड़पथ हंव जैसन मछली,

बिन पानी के तड़पथे

यीसु तोर करा आस लगायेंव

आत्‍मा ल शांति कर दे

मैं भटकथ हंव मोला तैं अपनाले गा

प्रभु ....................................................

मोर ...................................................