हृदय में बस जाबे मोर
हृदय में बस जाबे मोर, आके यीसु मसीह.......2
भटकत हे मोर जीव ह, रोवत हे मोर मन ह
भागत हे येती ओती...............
हृदय में बस जाबे मोर, आके यीसु मसीह.......
खोजत-खोजत दुनिया मा मैं तो होगे हावव हैरान
आँखी मोर अंधवा होगे, भैंरा होगे दुनो कान
तुहर बिना सुन्ना हावय मन मंदिर
सत ल भूलावन तोर..........
हृदय में बस जाबे मोर, आके यीसु मसीह.......
अंधयारी तन म ज्योति जला दे, माटी के काया बने हे
सत् के रस्दा ल धर लेवव भाई, यीसु मसीह हर कहे है
सत जीवन अउ रस्दा मसीहे हे
सुरता भूलावन तोर......
हृदय में बस.....................
मसीहा के महिमा अपार